भदोही,संवाददाता : वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट मैच में भदोही के सुरियावां के यशस्वी जायसवाल के शतक जमाते ही नगर के लोग खुशी से उछल पड़े। बेहतर ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में उभरे पुत्र की सफलता पर पिता भूपेंद्र जायसवाल शुक्रवार को कांवड़ लेकर सुल्तानगंज (भागलपुर, बिहार) के लिए प्रस्थान कर गए।
वह वहां उत्तरवाहिनी गंगा से कांवड़ में गंगाजल लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर, झारखंड) की पदयात्रा शुरू करेंगे। सुल्तानगंज से देवघर की दूरी करीब 105 किलोमीटर है। भूपेंद्र बोले कि यशश्वी गुरुवार रात को ही मुंबई से लौटे हैं। अब पुत्र के उज्जवल भविष्य के लिए वह बाबा के दर्शन करने जा हूँ।
पिता ने कहा कि यशस्वी ने भदोही ही नहीं, उत्तर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। डोमिनिका के विंडसार में खेले जा रहे भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट मैच में यशस्वी ने 215 गेंदों में 11 चौकों की मदद से अपना पहला शतक पूरा किया। इस उपलब्धि के बाद वह अपने पहले ही टेस्ट मैच में पहला शतक लगाने वाले 17वें इंडियन खिलाड़ी भी बन गए हैं।