मऊ, संवाददाता : सोमवार को जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में अस्थाई को आश्रय स्थल की स्थापना, क्रियान्वयन, संचालन एवं प्रबंधन हेतु जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में बेसहारा गोवंश संरक्षण अभियान के अंतर्गत 5868 लक्ष्य के सापेक्ष 6461 गोवंश संरक्षित किये गए हैं। जनपद में गोवंश संरक्षित करने हेतु कुल कैटल कैचर की उपलब्धता तीन है, जिससे बेसहारा गोवंशों को संरक्षित करने का कार्य किया जाता है।
जिलाधिकारी ने गोचर भूमि के संबंध में समस्त खंड विकास अधिकारियों को दिया निर्देश
मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना के अंतर्गत 599 लक्ष्य के सापेक्ष 591 पशुओं को सुपुर्द किया जा चुका है। विशेष गो संरक्षण नवनिर्मित एवं विस्तारीकृत अस्थाई गो आश्रय स्थलों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जनपद में 18 गोआश्रय स्थलों का विस्तारीकरण किया जाना था जिसमें 17 गो आश्रय स्थलों का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। गो आश्रय स्थलों में रात्रि प्रवास करने वाले केयरटेकर के संबंध में उन्होंने बताया कि सभी गो आश्रय स्थलों पर केयरटेकरो द्वारा कार्य किया जा रहा है।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को समस्त गो आश्रय स्थलों पर संरक्षित पशुओं के लिए हरे चारा एवं भूसा, पानी आदि की समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने गोचर भूमि के संबंध में समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लेखपालों के माध्यम से भूमि का चिन्हीकरण कराते हुए आवश्यक कार्रवाही कराएं।
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि नए निर्माण कराए जाने वाले कार्यों की टेंडरिंग का प्रकाशन अखबारों में अवश्य कराएं साथ ही अपूर्ण कार्यों को समयानुसार पूर्ण कराने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारी एवं पशुधन प्रसार अधिकारियों को गो आश्रय पोर्टल को नियमित अपडेट करते रहने के निर्देश दिए।
बैठक में समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त पशुधन प्रसार अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।