जौनपुर ( खुटहन ), आर.एन.दुबे : क्षेत्र के इमामपुर गांव में सोमवार को आयोजित “वार्षिक निरंकारी संत समागम” कार्यक्रम में आजमगढ़ से पहुंची ज्ञान प्रचारक डाॅ रीता ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जब तक हमारे मन व अंतःकरण में भ्रम है,तब तक हमें ब्रह्म की प्राप्ति नहीं हो सकती। सत्संगति व सत्संग से जब हमारा भ्रम दूर होता जाता है,तब परम पिता परमेश्वर के करीब आते हैं।जब हमे उस शक्ति का बोध होता है,तो अपना पराया सब स्वतः समाप्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि चौरासी लाख योनियों में मानव ही सर्वश्रेष्ठ रचना है। करोड़ो वर्ष तक अनगिनत योनियों की असहनीय पीड़ा और भोग भोगने के बाद आखिर में यह मनुष्य शरीर मिला है। यदि प्राणी अब भी मुक्ति का मार्ग पर नही चलेगा तो फिर से वही नर्क की यातनाओं को सहना पड़ेगा। संत समागम के पश्चात् भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजक शिवशंकर सोनी और संतलाल सोनी ‘ प्रधान’ ने आगंतुकों का स्वागत व आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर, डाक्टर आर पी सिंह, कृष्णा श्रीवास्तव, सुभाष चन्द्र,शंकर दयाल मुखी, विनोद यादव,मुलायम सोनी, सतगुरु सोनी,अमित आदि मौजूद रहे।