नई दिल्ली, रिपब्लिक समाचार, शैफाली अरोड़ा :भारत में 2023 में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 20 अरब डालर से ज्यादा का निवेश करने की संभावना व्यक्त की गई है। जिसके लिए मजबूत होम वर्क की आवश्यकता होगी । आरईकान इंडिया 2023 में यह बात उद्योग विशेषज्ञों ने बताई ।
आरईकान इंडिया के बात चीत के माधयम से सौर ऊर्जा से की चुनौतियों, ग्रीन हाइड्रोजन को सरल बनाने और पवन ऊर्जा के विस्तार पर श्वेत पत्र तैयार किया जाएगा। इथेनॉल के उपयोग को बढ़ाने के लिए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के साथ समझौते की घोषणा की है।
समझौते के अनुसार टीकेएम और इस्मा इथेनॉल के बारे में समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाएंगे। इस्मा के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला के मुताबिक कि भारत के ऊर्जा मिश्रण में इथेनॉल की व्यापक हिस्सेदारी है।
इथेनॉल चीनी के उत्पादन से बचा हुआ एक अलग प्रकार का ईंधन है, जिसके उपयोग से प्रदूषण कम होता है और इसके प्रयोग से वाहन भी चलाया जा सकता है और पर्यावरण को होने वाला नुकसान कम होता है। चीनी के उत्पादन से शेष बचा हुआ इथेनॉल होता है । इथेनॉल पेट्रोल का एक अच्छा विकल्प है। यह ( पेट्रोल ,डीज़ल ) ईंधन के स्थान पर विकल्प के तौर पर प्रयोग लाया जाता है और रूपये के मामलों में सस्ता भी होता है।