जशपुर, संवाददाता : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मानव-हाथी संघर्ष की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। बगीचा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुरमहाकोना के कदमबथान गांव में रविवार दोपहर एक ग्रामीण की हाथी के हमले में मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव के रमेश यादव के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर गांव के एक दर्जन से अधिक ग्रामीण जंगल के किनारे पहुंचे थे, जहां बीते कई दिनों से 27 हाथियों का दल विचरण कर रहा है।
ग्रामीणों का उद्देश्य हाथियों को देखने का था, लेकिन जैसे ही हाथियों ने मानव उपस्थिति को महसूस किया, वे असहज हो गए और हमला कर दिया। घटना में हाथियों ने तीन लोगों का पीछा किया, जिनमें से रमेश यादव दुर्भाग्यवश हाथी की चपेट में आ गया। गुस्साए हाथी ने रमेश को सूंड से उठाकर कई बार जमीन पर पटका, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में लगातार हाथियों की मौजूदगी की सूचना के बावजूद वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हाथियों के मूवमेंट को नियंत्रित करने और ग्रामीणों को सचेत करने में विभाग की नाकामी अब जानलेवा साबित हो रही है। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से बगीचा वन परिक्षेत्र के सुतरी, कालिया, कुटमा, बगीचा और गुरमहाकोना क्षेत्र में 27 हाथियों का दल घूम रहा है। शनिवार को भी हाथियों ने कई किसानों की फसल रौंद दी थी।