नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : आज की दुनिया में कानून सिर्फ कोर्टरूम तक सीमित नहीं रह गया है। ग्लोबल बिज़नेस, नई टेक्नॉलॉजी और लगातार बदलते अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बीच वकीलों को ऐसे प्लेटफॉर्म की जरूरत है, जहाँ उन्हें सिर्फ किताबों का ज्ञान नहीं, बल्कि ग्लोबल विज़न भी मिले। इसी सोच के साथ अमृता विश्व विद्यापीठम ने कोयंबटूर कैंपस में इंटरनेशनल स्कूल ऑफ लॉ (एआईएसएल) की शुरुआत की।
स्कूल का उद्घाटन केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने किया। उन्होंने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) चाहे कितना भी आगे क्यों न बढ़ जाए, वह इंसानों की तरह संविधान की नैतिकता और सही-गलत का फर्क नहीं समझ सकता। आज हम एक नए दौर में पहुँच रहे हैं, जहाँ एआई, 3डी प्रिंटिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी आधुनिक तकनीकें तेज़ी से बढ़ रही हैं। लेकिन, इसके बावजूद यह याद रखना बहुत जरूरी है कि हमारे जीवन में निर्णायक भूमिका मूल्यों से प्रेरित मानवीय तत्व ही निभाएँगे।”
कार्यक्रम में राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के.आर. श्रीराम गेस्ट ऑफ ऑनर रहे, जबकि मद्रास हाई कोर्ट की जज जस्टिस एल. विक्टोरिया गोवरी ने कीनोट एड्रेस दिया। माता अमृतानंदमयी मठ के ट्रस्टी स्वामी रामकृष्णानंद पुरी ने आशीर्वचन दिए। स्कूल के नए मूट कोर्ट हॉल और आधुनिक शैक्षणिक सुविधाओं का भी उद्घाटन हुआ। डीन डॉ. अनिल जी. वरियथ ने मेहमानों का स्वागत किया और वाइस चांसलर डॉ. पी. वेंकट रंगन ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।