वाशिंगटन,एजेंसी : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान समय में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और विश्व में सबसे तेज गति से वृद्धि होने वाली से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आईएमएफ के एशिया और प्रशांत की उप निदेशक ऐनी-मैरी गुल्डे-वुल्फ ने अपने एक साक्षात्कार में बोली कि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान समय में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और सबसे तेजी से बढ़ती एशियाई अर्थव्यवस्था बनी हुई है और विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5.9 प्रतिशत की विकास दर का अनुमान
आईएमएफ के एशिया और प्रशांत विभाग की उप निदेशक ऐनी-मैरी गुल्डे-वुल्फ ने कहा कि हमने विगत के आंकड़ों को शामिल करने के लिए अपने अनुमानों को संशोधित किया गया है। जो इस वर्ष के प्रांरम्भ में जारी किए गए थे। इस जानकारी के आधार पर अब हमें अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में विकास दर 5.9 प्रतिशत रहेगी , जो हमारा पिछले अनुमान 6.1 से थोड़े कम है।
गुल्डे-वुल्फ ने अपने एक सवाल के जवाब में बोली कि वास्तव में खपत बढ़ने से अपेक्षित मंदी के कारण वृद्धि अनुमानों में थोड़ी कमी कर दी गई है।गुल्डे-वुल्फ ने आगे बोली कि आईएमएफ वृद्धि के मुख्य चालक के रूप में निवेश को देखता है। यह दो अंक में ऋण वृद्धि, मजबूत पीएमआई और एक महत्वाकांक्षी सरकारी व्यय कार्यक्रम से स्पष्ट है।
आईएमएफ के मुताबिक , चीन की वृद्धि दर 2023 में 5.2 प्रतिशत और 2024 में 4.5 प्रतिशत तक रह सकती है। 2022 में वृद्धि दर तीन प्रतिशत थी। आईएमएफ के अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर के अनुसार कि आपूर्ति-श्रृंखला की रुकावटें और युद्ध के कारण ऊर्जा तथा खाद्य बाजारों में पैदा हुई बाधाएं भी कम हो रही है।
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर बोले कि इसके साथ ही ज्यादातर केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई मौद्रिक सख्ती का फल मिलना शुरू हो जाना चाहिए।इसके साथ ही मुद्रास्फीति अपने लक्ष्यों की ओर वापस आ रही है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ के ताजा अनुमानों के अनुसार वैश्विक वृद्धि दर इस वर्ष 2.8 प्रतिशत और 2024 में तीन प्रतिशत तक बनी रहेगी। इसके अतिरिक्त मुद्रास्फीति भी 2022 के 8.7 प्रतिशत से घटकर इस वर्ष 7 प्रतिशत और 2024 में 4.9 प्रतिशत बने रहने का अनुमान है।