इंदौर,संवाददाता : इंदौर का स्वच्छता सर्वेक्षण हो चुका है और जल्द ही स्वच्छता रैंकिंग घोषित होने वाली है। शहर के जनप्रतिनिधियों व अफसरों को पूरी उम्मीद है कि इस बार भी इंदौर सफाई में नंबर वन आएगा। उसके पीछे वे जनता की जनभागीदारी स्वच्छता की सबसे बड़ी ताकत मानते हैं।
उनका कहना है कि इंदौर में सफाई सिर्फ स्पर्धा में पहले स्थान पर आने के लिए नहीं होती है। सालभर इंदौरवासी सफाई में सहयोग करते हैं। रहवासी सफाई माॅडल की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। स्वच्छता इंदौर की आदत बन चुकी है।
शत प्रतिशत घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था लागू है। पूरा शहर कचरा पेटी विहीन है। संग्रहित कचरे की प्रोसेसिंग व्यवस्थित हो रही है। कचरे से प्राकृतिक गैस, खाद और ईधन बन रहा है। इंदौर कार्बन क्रेडिड के साथ प्लास्टिक क्रेडिट भी हासिल कर चुका है।
शहर को पिछले साल वाटर प्लस में सेवन स्टार रैटिंग मिल चुकी है। नालों को प्रदूषण से मुक्त किया जा रहा है
कचरे को पुर्नउपयोग करने पर अब निगम ध्यान दे रहा है, कई रहवासी घरों में ही कचरे से खाद बनाने लगे हैं
थ्री आर पर इंदौर ने अच्छा काम किया।