वाशिंगटन, एजेंसी : अमेरिका ने इजरायल और हमास की लड़ाई के बीच बड़ा फैसला लिया है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मोबाइल एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम और पैट्रियट बैटरियां भेजने की घोषणा की है। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अमेरिकी बलों की लिए सुरक्षा बढ़ाने के लिए मध्य पूर्व में थाड और अतिरिक्त पैट्रियट बटालियन तैनात की जाएगी। जिससे अमेरिका अपने ठिकानों की सुरक्षा को मजबूत कर सके।
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों को गाजा की लड़ाई के चलते मिडिल ईस्ट में अपने सैनिकों पर हमले का अंदेशा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि मध्य पूर्व में हमारे सैनिकों और लोगों पर हमलों की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। ऐसे में यूएस एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम और अतिरिक्त पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम बटालियन भेज रहा है।
क्या इजरायल-हमास संघर्ष से आगे बढ़ रही लड़ाई ?
गाजा में जारी संकट अब फिलिस्तीन और इजरायल से आगे बढ़ता दिख रहा है। इजरायल की सेना ने सीरिया में भी हमले किए हैं और दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्ला के ठिकानों को भी निशाना बनाया है। स्पुतनिक इंटरनेशनल ने डिफेंस एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर रिपोर्ट की है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की ओर से थाड और डिफेंस सिस्टम की तैनाती से स्पष्ट हो गया है कि वह भी इस जंग में अब सीधे तौर पर शामिल है। वह अब ज्यादा मजबूती से इजरयल का समर्थन करता दिख रहा है। अमेरिका इस समय पूरे मध्य पूर्व में फैला हुआ है। ईरान के आसपास ही उसके 35 अड्डे है। ऐसे में उसके सामने अपने बेस को किसी नुकसान से बचाने की भी चुनौती है।
हाल में अमेरिकी सैनिकों को भी निशाना बनाने की घटनाए हुई हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि नई तैनाती से अमेरिका की ओर से ईरान को एक संदेश भेजने की कोशिश की जा रही है कि वह अपने बेस और प्रोपर्टी को बचाने के लिए जंग में कूद सकता है। साथ ही अमेरिका बताना चाह रहा है कि वह इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा है। अमेरिका ने ईरान को सख्त संदेश दिया है। वहीं इजरायल ने लेबनान और सीरिया पर कड़ा रुख अपनाया है। अमेरिका के नए संदेश ने जंग के इजरायल-फिलीस्तीन से बाहर निकलने के खतरे को बढ़ा दिया है।