न्यूयॉर्क,एनएआई : विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात किया। विदेश मंत्री ने इस मुलाकात के बाद एक ट्वीट किया, “सूडान, G20 प्रेसीडेंसी और यूक्रेन में मौजूदा घटनाक्रम पर चर्चा की गई। भारत युद्धविराम की दिशा के प्रयासों का जोरदार समर्थन करता है। इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र और अन्य साझेदारो के साथ मिलकर कार्य करना जारी रहेगा।” विदेश मंत्री एस जय शंकर ने कहा, “दिल्ली में हमारी टीम सूडान में भारतीयों के साथ संपर्क में है, उन्हें लगातार एजेंसिया सलाह दे रही है, हम जानते हैं कि यह वक्त किसी के लिए बहुत मुश्किल है, लेकिन शांत रहें और अनावश्यक जोखिम न लें। मुझे उम्मीद है कि इन प्रयासों से जल्द ही कुछ हासिल होगा।”
न्यूयॉर्क पहुंचे एस जयशंकर
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर बोले कि ”हमारी बैठक बहुत सफल रही, ज्यादातर बैठक सूडान की स्थिति पर थी। हमने जी20, यूक्रेन पर भी चर्चा हुई, जबकि हमारी ज्यादातर चर्चा सूडान को लेकर की गई । सूडान में संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम स्थापित करने का प्रयास कर रहा है, क्योंकि इस समय जब तक युद्धविराम नहीं लागू होता तब तक लोगों के लिए निकलना सुरक्षित नहीं है।
जयशंकर शुक्रवार से गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिकन गणराज्य के नौ दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं। विदेश मंत्री के रूप में इन लैटिन अमेरिकी देशों और कैरेबियाई देशों की उनकी पहली यात्रा है। लैटिन अमेरिका की अपनी यात्रा से पहले वह न्यूयॉर्क पहुंचे। एस जयशंकर कहा कि दक्षिण अमेरिका की उनकी यात्रा की योजना कुछ समय पहले तैयार की गई थी, जबकि वह “संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसलिए आए, क्योंकि 14 अप्रैल को सूडान में संघर्ष शुरू होने के बाद से आप देख सकते है कि यह बहुत गंभीर मामला था और बहुत सारे लोग फंस गए थे।”
एस जयशंकर ने कहा, “हम जानते थे कि संयुक्त राष्ट्र की सूडान में बड़ी उपस्थिति है। यह केंद्र होगा। क्योंकि इस समय सफल कूटनीति की जरूरत है, क्योंकि यह केवल कूटनीति ही के कारण वहां के लोगों की सुरक्षा और जन कल्याण के लिए शांति पैदा कर सकती है।” विदेश मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव गुटेरेस के साथ उनकी “बहुत सफल बैठक” हुई। सूडान में चल रही लड़ाई शुरू होने के बाद, “मुझे अहसास हुआ कि बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा था” कि विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस से मिलें।