नई दिल्ली,एनएआई : भारत के इंदौर शहर के एक सफाई कर्मचारी की बेटी ने आज पाकिस्तान को आईना दिखाया है। सरकारी छात्रवृत्ति पर स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रही रोहिणी ने 52वें सत्र में वंचित लोगों के उत्थान के लिए देश की भूरी भूरी प्रशंसा की है। जेनेवा में मानवाधिकार परिषद की बैठक में एनएआई से बात करते हुए रोहिणी घावरी बोली कि पाक मिथ्या आरोप ही लगाना ही जानता है।
पाक को जमकर फटकारा
रोहिणी घावरी ने कहा कि मुझे संयुक्त राष्ट्र में बोलने का एक अवसर मिला है। मैं जिनेवा में पिछले दो वर्षों से पीएचडी कर रही हूं और संयुक्त राष्ट्र में इण्डिया का प्रतिनिधित्व करना मेरा सपना था, जो आज पूर्ण हो गया। रोहिणी ने कहा कि भारत देश में दलित समुदाय के बारे मैं जागरूकता फैलाना चाहती हूं। रोहिणी ने आगे बोला कि एक सफाई कर्मचारी की बेटी होने के नाते मेरे लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। हम यहां तक पहुंचे हैं।
रोहिणी ने कहा कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के मुद्दों और दलित, आदिवासी और समाज के निचले वर्गों से संबंधित दूसरे वर्गो के लोगों को लेकर हमेशा भारत पर निशाना साधता रहता है, लेकिन पाकिस्तान को अब देखना चाहिए कि भारत में बदलाव हो रहा है, हमारे पास एक आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु हैं और ओबीसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
दलित होने पर मुझे गर्व
रोहिणी बोली एक दलित लड़की होने के नाते मेरे लिए यहां तक पहुंचना एक कठिन रास्ता था। एक दलित लड़की के रूप में, मुझे गर्व है कि मुझे यहां तक आने का मौका मिला। पाकिस्तान पर व्यंग्य करते हुए रोहिणी ने कहा कि भारत में दलितों की स्थिति पड़ोसी देशों की तुलना में बहुत अच्छा है। हमारे पास दलितों के लिए आरक्षण की नीति है। मुझे भारत सरकार से 1 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली और मैं एक उदाहरण हूं, जिसे पाक को देखना चाहिए की भारत में दलित भी कम नहीं है।