नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : ईरान और इजरायल के बीच तनाव अब सैन्य संघर्ष में बदल चुका है. इजरायल ने गुरुवार देर रात ईरान पर ड्रोन से हमले किए। इजरायल ने इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया था। इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया।
इजरायल का उद्देश्य ईरान में मौजूद परमाणु संयंत्र को नष्ट करना था। IDF ने पूरी तैयारी के साथ अपने मिशन को अंजाम दिया। इजरायली सेना ने तबरीज, शिराज,और नतांज में मौजूद न्यूक्लियर साइट पर बमबारी किया। इन हमलों में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिकों की भी मृत्यु हो गई।
इजरायल ने दावा किया कि ईरान के प्रमुख परमाणु साइट नतांज को भारी नुकसान पहुंचा है। नतांज वो जगह है, जहां ईरान यूरेनियम एनरिचमेंट कर रहा था। यूरेनियम को एनरिच करने के बाद ही इससे परमाणु बम बनाया जाता है।
ईरान ने भी इस बात को माना है कि इजरायल के हमले में उसके फोर्डो संवर्धन स्थल (FFEP) को नुकसान पहुंचा है। ईरान के परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रवक्ता बेहरोज कमालवंडी ने कहा, “फोर्डो संवर्धन स्थल को थोड़ी नुकसान पहुंची है। हालांकि,हमने पहले ही उपकरणों और सामग्रियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हटा दिया था, और कोई व्यापक क्षति नहीं हुई और कोई संदूषण संबंधी चिंता नहीं है।”