प्रयागराज,रिपब्लिक समाचार,संवाददाता : माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड प्रकरण में एक चौंकाने वाला खुलासा पुलिस द्वारा किया गया है। शूटर लवलेश तिवारी के प्रतापगढ़ जेल में बंद होने के बावजूद उसका फेसबुक अकाउंट कोई संचालित किया जा रहा है। जबकि अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद उसका फेसबुक प्रोफाइल चेक करने पर उसके बारे में कई जानकारियां मिली थीं।
अतीक-अशरफ मर्डर के बाद फेसबुक पेज खुले
महाराज लवलेश तिवारी (चूचू) नाम के इस अकाउंट पर लवलेश ने कई तस्वीरें, रील और वीडियो पोस्ट किये थे। अब यह फेसबुक प्रोफाइल लॉक कर दी गई है, ताकि कोई यहां मौजूद रील या तस्वीरें कोई दूसरे लोग न देख सके। यहां उपलब्ध सामग्री सिर्फ उन्हीं को दिखेगी, जो उसके फेसबुक फ्रेंड हैं। सवाल यह है कि जब शूटर जेल में है तो उसका अकाउंट कौन संचालित कर रहा है, जिसने इसे लॉक कर दिया।
चौकाने वाली बात है कि शूटर लवलेश तिवारी के नाम से अचानक कई फेसबुक पेज और अकाउंट खुल गए हैं। यह सबकुछ हुआ है, अतीक-अशरफ को 15 अप्रैल को मारे जाने के बाद। शूटर लवलेश तिवारी के नाम से हूबहू बने एक फेसबुक अकाउंट में आखिरी पोस्ट 16 अप्रैल को अतीक-अशरफ हत्याकांड के एक दिन बाद की गई है।
फेसबुक पेज पर पहली पोस्ट 19 अप्रैल यानी अतीक अशरफ हत्याकांड के चार दिन बाद डाली गई है। शक है कि यह फेसबुक अकाउंट वारदात के बाद ध्यान भटकाने के लिए बनायीं गई हो। आखिर क्या वजह हो सकती है कि इस तरह का होम पेज बनाया जाए। जेल जाने के बाद फेस बुक पेज चलाया जाए। सवाल यह भी है कि कौन है, जो उसे नायक की तरह पेश करना चाहता है। यह राज गहरा है, पुलिस तफ्तीश करे तो शायद कुछ और खुलासे हों सके ।
बालाघाट से डाले थे कई पोस्ट
विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि पुलिस को लवलेश तिवारी का मध्य प्रदेश से रिश्ता फेसबुक प्रोफाइल खंगालने में लगा। फेसबुक पर उसने वर्ष भर में छह पोस्ट बालाघाट से ही डाले थे। 30 मई 2021 को उसने एक पोस्ट डाला था, जिसमें लिखा था कि ‘खदान माफिया एमपी की तरफ जा रहे’।
शातिर शूटर ने चार जुलाई को एक जन्मदिन के जश्न की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा… ‘महाराज लवलेश तिवारी एट बालाघाट।’ सूत्रों के अनुसार अतीक अशरफ हत्याकांड के बाद लवलेश की एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो के साथ तस्वीर वायरल हुई थी। यह स्कॉर्पियो बालाघाट के ही एक युवक की थी।
बेहद चौंकाने वाली बात यह भी है कि लवलेश तिवारी के मध्य प्रदेश कनेक्शन की भनक अब तक प्रयागराज पुलिस को नहीं है। पुलिस की ओर से अब तक इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध भी नहीं कराई गई। इस हत्या कांड में पुलिस अधिकारी किसी भी तरह के सवालों से लगातार कन्नी काट रहे हैं।