नैरोबी,एनएआई : केन्या में महिला शतरंज टूर्नामेंट मैच में नकाब और चश्मा पहने एक युवक ने चार राउंड खेले। इस दौरान युवक ने पहचान छुपाने के लिए हिजाब भी पहन रखा था। युवक के बेहतर प्रदर्शन के चलते वहां पर मौजूद अधिकारियों को कुछ शक हुआ, जिसके बाद उसको पकड़ लिया गया। पहचान उजागर होने पर युवक ने कहा कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसके पास महिला प्रतियोगिता की पुरस्कार धन राशि जीतने का अच्छा अवसर था। केन्याई शतरंज महासंघ के महासचिव जॉन मुकाबी के अनुसार मुझे नहीं लगता कि इससे पहले ऐसा वाक्या दुनिया में कहीं हुआ भी होगा।
पुरुष ने पहना था हिजाब
खेल के दौरान 25 वर्षीय केन्याई शतरंज खिलाड़ी ने अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने सिर से पांव तक हिजाब और एक चश्मा भी पहन रखा था। आप को ज्ञात हो कि 31 वीं केन्या ओपन अंतरराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता है, जिसमें 84 प्रविष्टियों के साथ 445 प्रतिभागियों ने भाग लिया। केन्याई शतरंज महासंघ के महासचिव मुकाबी ने रविवार को समाचार एजेंसी एएफपी को बताया था कि कुछ गड़बड़ है, जब मैं प्रतियोगिता की तस्वीरें लेने के लिए एक फोटोग्राफर के साथ गया था।
मुकाबी ने कहा कि खेलों के बाद, यह व्यक्ति थोड़ी देर के लिए गायब हो गया और अगले दौर की प्रारम्भ में कुछ ही मिनट में वापस आ गया। उन्होंने कहा कि किसी ने यह भी देखा कि खिलाड़ी के कंधे महिलाओं की तुलना में अधिक पुरुष जैसे दिख रहे थे। यहां तक कि रबर के जूते जो उसने पहने हुए थे, वे ज्यादातर पुरुष जैसे लग रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी खेल के दौरान अच्छा परिणाम भी प्राप्त कर रहा था, जिसके कारण उसपर संदेह हुआ।
खिलाडी ने कहा कि खेल के बाद वंहा के प्रशाशन के,लोग उसे एक किनारे ले गए और एक महिला मध्यस्थ उसके साथ वाशरूम में गई जहां उसे हिजाब हटाने के लिए कहा गया। वहां पहुंचने पर, उसने तुरंत स्वीकार किया कि वह एक पुरुष है। उन्होंने आगे बताया कि खिलाड़ी वित्तीय संकट के चलते मजबूरी में उसे ऐसा करना पड़ा है, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया है।