नई दिल्ली,रिपब्लिक समाचार,ब्यूरो : 87 वर्षीय तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार को दिल्ली पहुंचेगे। वह गुरुवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन में शामिल होंगे, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। कार्यक्रम के दौरान मोदी और धर्मगुरु की मुलाकात की उम्मीद की गयी है। यह उम्मीद इसलिए जताई जा रही है, क्योंकि मोदी ने जुलाई 2021 में दलाई लामा के 86वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए उनसे बात किया था और उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की मंगल कामना किया था।
दलाई लामा के विगत के सालो में भारत व चीन के संबंध कटु रहे हैं और चीन को भारत ने संदेश दे दिया है कि पुर्नजन्म के बारे में दलाई लामा के किसी भी फैसले में भारत उनके साथ खड़ा है। भारत अमेरिका को भी संदेश देगा कि वह तिब्बत मुद्दे पर आगे बढ़े। अमेरिकी प्रशासन ने 2020 में तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम बिल पारित किया था , जिससे यह स्पष्ट हो गया कि केवल दलाई लामा का ही पुनर्जन्म पर नियंत्रण होना चाहिए। शिखर सम्मेलन की मेजबानी अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से केंद्रीय संस्कृति विभाग द्वारा कराया जा रहा है।
समाचार एजेंसी एनएआई के अनुसार बौद्ध धर्म के प्रसिद्ध विद्वान प्रोफेसर राबर्ट थुरमन और वियतनाम बौद्ध संघ के कुलपति थिक त्रि क्वांग भी सम्मेलन में अपने अपने विचार रखेंगे। दलाईलामा शुक्रवार को सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सम्मेलन में शांति, पर्यावरणीय स्थिरता, स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही नालंदा बौद्ध परंपरा के संरक्षण, बुद्ध धर्म तीर्थ और बुद्ध धरोहरों के महत्वो एवं वैश्विक मुद्दों पर भी बुद्धिजीवी अपने अपने विचार भी प्रगट करेंगे