नई दिल्ली,रिपब्लिक समाचार,साइंस डेस्क : नासा ने अभी हाल ही में टीओआई-700 नामक एक तारे के रहने लायक क्षेत्र में पृथ्वी के आकार के एक ग्रह की खोज कर ली है। वैज्ञानिकों का कहना है कि टीओआई-700ई पृथ्वी से सिर्फ 100 प्रकाश वर्ष दूर है,.हालांकि मनुष्यों के आने-जाने के लिए ये ग्रह काफी दूर है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह आकार में पृथ्वी के समान है, संरचना में इसके पथरीला होने की संभावना है और यहां जीवन होने की सम्भावना है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां जल भी मौजूद हो सकता है।
एक्सोप्लैनेट की खोज में दिलचस्पी
सही मायने में टीओआई-700ई सिर्फ टीओआई-700 स्टार सिस्टम में दो संभावित रहने योग्य ग्रहों में से एक है। रहने लायक ग्रहों की बात की जाए तो ऐसे ग्रह जो अपने तारे से एक निश्चित दूरी पर होते हैं। इसके कारण उनके सतह का तापमान नियत रहता है।.इसके अलावा ये ग्रह तरल जल को बनाए रख सकते हैं।
.जैसा की ज्ञात है कि रिसर्चर ने एक ऐसे सिस्टम पर कार्य करना आरम्भ कर दिया है, जो इन सवालों के जवाब दे सकें कि कि ग्रह का निर्माण कैसे होता हैं ? कैसे विकसित होते हैं ? और क्या ब्रह्मांड में जीवन की सम्भावना हो सकती है। टीओआई-700ई इन कई अन्य ग्रहों की खोजों से भिन्न है, क्योंकि यह भविष्य के अध्ययन के लिए उपयुक्त है जो सौर मंडल के बाहर जीवन की स्थितियों के सन्दर्भ में बड़े सवालों के उत्तर देने में सहायता कर सकता है।
खगोलविदों ने वर्ष 1995 में प्रथम एक्सोप्लैनेट खोजा था। एक्सोप्लैनेट खोज और अनुसंधान का क्षेत्र तब से तेजी से विकसित हो रहा है। पूर्व में खगोलविदों को हर वर्ष केवल कुछ एक्सोप्लैनेट्स की जानकारी मिल रही थी, लेकिन अच्छी तकनीक के साथ एक्सोप्लैनेट का पता लगाने के तरीकों और उपकरणों में सुधार हुआ है।
.एक्सोप्लैनेट की खोज में दिलचस्पी 30 वर्षों में वैज्ञानिक जहां पूर्व में मुश्किल से एक्सोप्लैनेट का पता लगा पाते थे, अब जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने इसे थोड़ा सा आसान कर दिया है.। आज 5,000 से अधिक ऐसे ज्ञात एक्सोप्लैनेट हैं, जिनमें गैस भंडारों से लेकर छोटे चट्टानी क्षेत्र वाले ग्रह भी सम्मिलित हैं.