नई दिल्ली,न्यूज़ डेस्क : घरेलू पर्यटकों के आवागमन के मामले में वाराणसी शहंशाह बना हुआ है। पर्यटन विभाग की तरफ से जारी वर्ष 2022 के आंकड़ों के अनुसार रिकॉर्ड तोड़ 7.12 करोड़ से अधिक पर्यटक वाराणसी आए हैं। यह संख्या मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, आगरा और झांसी से ज्यादा है। एक साल में 31.79 करोड़ से ज्यादा पर्यटक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आए हैं।
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां मिली हैं। देश-विदेश के पर्यटक खूब आ रहे हैं। उपनिदेशक पर्यटन आर के रावत के अनुसार विश्वनाथ धाम के निर्माण और सुविधाओं में हुई बढ़ोतरी से वाराणसी दर्शनार्थियो की पहली पसंद बना हुआ है।
अभी और बढ़ेगा पर्यटन उद्योग
पर्यटक दर्शन-पूजन के साथ गंगा स्नान करते हैं। विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती देखते हैं। क्रूज से गंगा के घाटों को निहारते हैं। बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ भी जाते हैं। भव्य, दिव्य व नव्य काशी के धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व को देश-दुनिया ने पहचाना है। पर्यटन उद्योग आगे और बढ़ेगा ।
गंगा में चल रहे चार क्रूज
काशी में अब तक जी-20 देशों की दो बैठकें हो चुकी हैं। अगस्त में भी बैठकें प्रस्तावित हैं। इसका बड़ा असर पड़ेगा। देश-दुनिया में काशी का मान-सम्मान और बढ़ेगा। पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा। पर्यटकों के आने का फायदा काशीवासियों को मिलता है। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार बढ़ता है। ज्यादातर होटल पैक रहते हैं। चार क्रूज गंगा में संचालन हो रहा है। इनके टिकट दो महीने पहले ही बुक हुए जा रहे हैं। क्रूज की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। कुछ निजी एजेंसियां अगस्त महीने से क्रूज का चलाने की तैयारी में हैं।
वाराणसी में घूमने की जगह
वाराणसी अपने कई विशाल मंदिरों के अलावा घाटों और अन्य कई लोकप्रिय स्थानों से हर साल यहां आने वाले लाखों ,करोडो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। ये जगह न केवल विदेशी पर्यटकों को और भारतियों को भी काफी पसंद आती है।
बनारस में घूमने की जगहें: काशी विश्वनाथ धाम, बीएचयू विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, मान मंदिर घाट, दुर्गाकुंड मंदिर, नमो घाट, तुलसी मानस मंदिर, नेपाली मंदिर ललिता घाट, संकट मोचन मंदिर, रामनगर किला, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, भारत माता मंदिर, मृत्युंजय महादेव मंदिर, टीएफसी आदि
स्थल पर्यटकों की संख्या-
वाराणसी- 07,16,12127
मथुरा- 06,52,75,743
प्रयागराज- 02,60,45,271
अयोध्या- 02,39,09,014
आगरा- 01,00,10,849