लखनऊ,शिव सिंह : राजधानी के कृष्णानगर कोतवाली क्षेत्र विजयनगर में रियलस्टेट कारोबारी ने छप्पन साल पहले बेचे भूखंड को नये सिरे से दूसरे को बेच दिया है। पीड़ित पक्ष छप्पन वर्ष पहले रियलस्टेट कारोबारी द्वारा दिये गए कब्जा लेटर समेत अन्य दस्तावेजों के साथ दरबदर की ठोकरें खा रहा है।
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
मिली जानकारी के मुताबिक कृष्णा कालोनाइजर से चन्द्र कटियार ने अपनी पत्नी प्रेमवती कटियार के नाम से 8400 वर्गफुट भूखंड कृष्णानगर की विजयनगर कालोनी में खरीदा था और उस पर भवन निर्माण भी करवा लिया था। छप्पन वर्ष पहले खरीदी इसी प्रापर्टी पर डीलर की धोखाधड़ी की बदौलत विवाद खड़ा हो गया है।चन्द्र कटियार और उनकी पत्नी प्रेमवती की मौत के बाद बेटे सुधीर और संजय कटियार एवं बेटी कुसुम और रमा के पास इस संपत्ति का मालिकाना हक स्थानांतरित हो गया था।
मौजूदा समय में बेटे सुधीर का भी स्वर्गवास हो चुका है। कृष्णा कालोनाइजर के मालिक कृष्णा अग्रवाल की मानसिक स्थिति सही न होने के कारण रियलस्टेट कारोबार का सारा काम दामाद नीरज गर्ग देख रहा है।आरोप है कि नीरज गर्ग ने दस्तावेजों में हेरफेर कर के भूखंड का बैनामा दोबारा किसी और के नाम कर दिया है। चन्द्र कटियार के नाती विजय सिंह जो सेना में कर्नल के पद पर कार्यरत हैं उनका कहना है कि नीरज गर्ग और भूखंड के नये खरीदार ने कब्जा करने की नीयत से परिवार की गैर मौजूदगी में बाउंड्री बनाने की कोशिश की।
इस बाबत पीड़ित कर्नल विजय सिंह ने सेना से संबधित अधिकारियों को पत्र भिजवाया साथ ही स्थानीय पुलिस को मामले से अवगत भी कराया लेकिन पुलिस भी विपक्ष का पक्ष लेती दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री समेत कई संबंधित अधिकारियों को मामले से अवगत कराने के बाद भी पीड़ित पक्ष को कहीं से भी मामले पर मदद नहीं मिल रही है मजबूरन कर्नल अपना दर्द लेकर दरबदर की ठोकरें खा रहा है।