बरेली, संवाददाता : भोजीपुरा से सपा विधायक शहजिल इस्लाम के खिलाफ उनके ड्राइवर ने मामूली बात पर पीटने और जातिसूचक शब्द कहने की रिपोर्ट कराई है। शुरूआत में तहरीर कोतवाली में दी गई थी पर घटना रेलवे की सीमा में होने के लिहाज से मामला जीआरपी थाने में दर्ज हुआ है।
राजेंद्र नगर निवासी ड्राइवर धर्मेंद्र ने शनिवार को एसएसपी दफ्तर में शिकायतें सुन रहीं सीओ अनीता चौहान को तहरीर देकर विधायक शहजिल इस्लाम पर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की थी। आरोप था कि शनिवार सुबह छह बजे प्रयागराज से बरेली जंक्शन पहुंचे विधायक ने गाड़ी गंदी देखकर उसे कई थप्पड़ जड़ दिए।
उसने बताया कि विधायक ने जातिसूचक शब्द भी कहे और उसे छोड़कर गनर के साथ कार खुद चलाकर चले गए। सीओ ने मामले की जांच कोतवाली इंस्पेक्टर को दी थी। इंस्पेक्टर धमेंद्र सिंह ने घटनास्थल जीआरपी का बताते हुए धर्मेंद्र को वहां भेज दिया। पीड़ित की तहरीर पर जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।
शहजिल ने कहा था- घर से उठवा लूंगा
शनिवार को मीडिया से बातचीत में ड्राइवर धर्मेंद्र ने आरोप लगाया था कि गाड़ी को गंदी बताकर शहजिल आपा खो बैठे थे। वह सफाई करता जा रहा था पर विधायक का गुस्सा कम न हुआ। उन्होंने धमकाया कि तुम्हें घर से उठवा लूंगा। उनके गनर ने भी ठीक बातचीत नहीं की। आरोपी पक्ष काफी प्रभावशाली है, इसलिए उनके खिलाफ प्राथमिकता से कार्रवाई कर उसके जानमाल की सुरक्षा की जाए।
रिपोर्ट से विधायक शब्द गायब
धर्मेंद्र की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में शहजिल इस्लाम को विधायक के तौर पर इंगित किया गया था। जीआरपी थाने में जो मामला दर्ज हुआ है, उसमें विधायक शब्द गायब है। यहां केवल शहजिल इस्लाम नाम लिखकर आरोप लगाए गए हैं। जानकार बताते हैं कि किसी भी दल के विधायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने से पहले कुछ कानूनी अड़चन आ सकती है। इसलिए सामान्य व्यक्ति के तौर पर ही रिपोर्ट लिखी गई। विवेचना में आरोपी की पहचान खोल दी जाएगी।
पहले भी विवादों में घिर चुके है शहजिल
पिछले साल अप्रैल में विधायक शहजिल इस्लाम सपा के तत्कालीन जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे थे। वहां मुख्यमंत्री योगी के विरुद्ध आपत्तिजनक बयान दिया था। कहा था कि अब दूसरे लोगों के मुंह से आवाज निकलेगी तो हमारी बंदूकों से भी धुआं नहीं निकलेगा, गोलियां चलेंगी। परेशान होने या घबराने की जरूरत नहीं हैं। हालांकि, शहजिल के मामले के तूल पकड़ने के बाद उन्होंने माफी भी मांग ली थी।
इस बयान के कुछ दिन बाद उनके पेट्रोल पंप को बुलडोजर से तोड़ा गया था। इसके बाद वह काफी दिनों तक शांत रहे। इस बीच संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश के साथ उनका व उनके पूर्व विधायक पिता इस्लाम साबिर का फोटो वायरल हुआ था तो वह एक बार फिर चर्चा में आए थे। इसके साथ ही राष्ट्रपति व अन्य चुनावों में क्रॉस वोटिंग को लेकर भी चर्चा रही, हालांकि शहजिल की ओर से कभी इसकी पुष्टि नहीं की गई।
इंस्पेक्टर जीआरपी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि ड्राइवर धर्मेंद्र की तहरीर पर मारपीट, धमकाने व एससीएसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट लिख ली गई है। सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जा रही है। सच्चाई पता करके उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।