कीव, रायटर्स : रूस-यूक्रेन युद्ध को एक वर्ष से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन आज भी दोनों देशों के बीच जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। रूसी सेना यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर चुकी है। दूसरी ओर यूक्रेन भी हार मानने को तैयार नहीं है। इसलिए यूक्रेन के बखमुत पर नजर गड़ाए बैठी रूसी सेना को अब यूक्रेन ने फिर पटकनी दे दिया है।
प्रमुख सप्लाई मार्ग पर यू्क्रेन का फिर से नियंत्रण
यू्क्रेनी सेना ने बखमुत के एक प्रमुख आपूर्ति मार्ग पर नियंत्रण पा लिया है। जबकि , पूर्वी शहर की अधिकांश जगहो पर अभी भी रूसी सेना ने कब्जा कर रखा है। एक यूक्रेनी सैन्य प्रवक्ता के अनुसार कहा कि रूसी सेना पिछले 10 महीनों से 70,000 की आबादी वाले इस शहर पर पूरा कब्जा करने की कोशिश कर रही है।
पूर्व में यूक्रेनी सैनिकों के एक प्रवक्ता सेरही चेरेवती ने स्थानीय समाचार वेबसाइट के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि कई हफ्तों से रूसी सेना ‘जीवन रक्षक मार्ग’ कहे जाने वाले इस क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश में लगी है। उन्होंने कहा कि यह सड़क यूक्रेन के लोगों के लिए राशन सामग्री लाने के लिए लाइफ लाइन है।
रूस की प्राइवेट सेना कहे जाने वाले वैगनर समूह के संस्थापक येवगेनी प्रिगोजिन ने दूसरी ओर कहा कि उनकी सेना ने बखमुत में लगभग 100 से 150 मीटर (109 से 164 गज) की दूरी तय की है, जिससे शहर का 3 वर्ग किमी क्षेत्र ही यूक्रेन की सेना के हाथों में रह गया है। लेकिन उन्होंने कहा कि उनके 94 सैनिकों की मृत्यु हो गई।
येवगेनी प्रिगोजिन ने कहा कि अगर हमारे पास अधिक गोला-बारूद होता तो यूक्रेन के पास पांच गुना से कम क्षेत्र पर कब्जा होता है। उन्होंने रूसी सशस्त्र बल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके आदमियों को उनकी जरूरत के अनुसार गोला-बारूद नहीं मिल पा रहा है और कभी-कभी शीर्ष अधिकारी भी विश्वासघात कर रहे हैं।