REPUBLIC SAMACHAR || भारतीय खेलों के हालिया इतिहास पर नज़र डाली जाए तो पिछले एक दशक में एक बार ऐसा मामला आया था, जब नामी खिलाड़ियों ने एकजुट होकर अपने खेल संघ के ख़िलाफ़ बड़े स्तर पर मोर्चा खोल दिया था।
बीच-बीच में खिलाड़ियों के खेल संघों के साथ मतभेद सामने आते रहे हैं, चाहे वह बैडमिंटन खिलाड़ी हों, टेनिस प्लेयर हों या टेबल टेनिस प्लेयर।
टेनिस में भी हो चुका है विवाद
लेकिन इससे पहले बड़े स्तर पर जो लड़ाई लड़ी गई थी, वो 2013 में हुई थी. उस समय भारत के चोटी के टेनिस खिलाड़ियों ने बुनियादी सुविधाओं के अभाव में दक्षिणी कोरिया के ख़िलाफ़ दिल्ली में डेविस कप मैच खेलने से मना कर दिया था। भारतीय टेनिस महासंघ को मुक़ाबले में दोयम दर्जे की टीम उतारनी पड़ी और हार का सामना करना पड़ा।
ब्रजभूषण शरण सिंह का तरीका सही नही
दिल्ली में जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती के कई दिग्गज पहलवान बुधवार से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन खिलाड़ियों का आरोप है कि कुश्ती संघ उनका शोषण कर रहा है।
इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर कुश्ती संघ को मनमाने तरीक़े से चलाने का आरोप लगाया है। एशियन गेम्स और राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को कई पदक दिलाने वाली महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह पर कई लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
विनेश ने लगाए गंभीर आरोप
विनेश ने कहा, “भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है.”
उन्होंने कहा, “वे हमारी निजी ज़िंदगी में दखल देते हैं और परेशान करते हैं, वे हमारा शोषण कर रहे हैं, जब हम ओलंपिक खेलने जाते हैं तो न तो हमारे पास फ़िज़ियो होता है न कोई कोच जब हमने अपनी आवाज़ उठाई तो उहोंने हमें धमकाना शुरू कर दिया”