जम्मू,रिपब्लिक समाचार,ब्यूरो : भाजपा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद कश्मीर से हिंदुओं के विस्थापन के लिए बराबर के जिम्मेदार हैं। उन्होंने अपनी आत्मकथा से कश्मीरी हिंदुओं की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाई है। भाजपा प्रवक्ता गिरधारी लाल रैना ने कहा कि आजाद का पूर्व राज्यपाल जगमोहन को कश्मीर के हालात के लिए जिम्मेदार बताना साजिश का हिस्सा है। यह देश व लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है।
जिम्मेदारी से बच नहीं सकते आज़ाद
जब कश्मीरी हिंदुओं को जब घाटी से भगाया गया तो उस समय आजाद नीति निर्धारण की स्थिति में थे। लेकिन उन्होंने वर्ष 1980 के बाद कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ व कश्मीरी हिंदुओं पर आतंकी हमलों के समय चुप्पी साधे रखी। रैना ने कहा कि गुलाम नवी आजाद हमेशा कांग्रेस में अहम निर्णय लेने वाले पदों पर रहे है । वह किसी भी तरह से जम्मू कश्मीर में हुई घटनाओं के लिए अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। गुलाम नवी आजाद अब राजनीति में लाभ लेने के लिए चाल चल रहे हैं।
रैना ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा है कि आजाद 1980 से 1989 तक लगातार केंद्र सरकार में थे। इस दौरान कश्मीर में अल्पसंख्यकों हिन्दुओ पर हमले, अनंतनाग में सांप्रदायिक हिंसा और कश्मीरी हिंदुओं की टार्गेट किलिंग की गई थी । कश्मीरी हिंदुओं की हत्याओं का जिक्र करते हुए रैना ने कहा कि जब राजीव-फारूक समझौता होने के बाद फारूक अब्दुल्ला सरकार ने 1989 में 70 आतंकी रिहा किए तो उस समय आजाद केंद्र में मंत्री थे।
गुलाम नवी आजाद वर्ष के 1989 के लोकसभा चुनाव के दौरान आतंक के माहौल और हिन्दू समुदाय के घरों पर पथराव को किस तरह से अनदेखा कर सकते हैं। रैना ने कहा कि गुलाम नवी आजाद जैसे नेता स्वार्थ की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे । नहीं तो उन्हें हिन्दू लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। रैना ने कहा कि कश्मीर में हिंदुओं को इसलिए निशाना बनाया गया था, क्योंकि वे राष्ट्रवादी थे।