कानपुर, संवाददाता : कानपुर में मानसून भले ही देरी से सक्रिय हुआ, लेकिन इस बार जून के महीने में पिछले नौ वर्षों में सबसे अधिक 239 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इससे पहले वर्ष 2013 में अब जुलाई के महीने में भी अलग-अलग क्षेत्रों में ही सही, लेकिन तेज बारिश होने का मौसम विभाग का पूर्वानुमान है।
शनिवार को शाम पांच बजे से काले बादलों की वजह से अंधेरा छा गया। जिस हिसाब से बादल थे, वैसी बारिश… तो नहीं हुई, लेकिन 10 मिमी हुई बारिश से ही जल भराव हो गया। सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार इस बार बिपरजॉय चक्रवात की वजह से मानसून चार दिन पहले 24 जून को ही आ गया था।
बारिश का सिलसिला 29 जून से हुआ शुरू
बारिश का सिलसिला 29 जून से शुरू हुआ। लेकिन इस महीने पांच जून से ही रुक-रुककर बारिश होती रही। इस बीच दिन में धूप निकलने की वजह से तापमान पांच डिग्री बढ़कर 33.4 पर आ गया। वहीं, न्यूनतम पारा 25.8 डिग्री रहा। हवा में नमी पिछले तीन दिन से 98 और रात में 76 प्रतिशत रही है।
जून में इस तरह रही बारिश –
2022-35.8, 2021-96.5, 2020-97.4, 2019-40.0, 2018-63.4, 2017-50.6, 2016-113.4, 2015-48.9, 2014-25.3, 2013-359.8
पिछले वर्ष मानसून दो जुलाई को महानगर आया था। मानसून के सक्रिय होने से इस बार अच्छी बारिश होने का पूर्वानुमान है। ऐसे में किसान भाइयो को भी अलर्ट किया गया है कि वे अपने खेतों में जहां धान की बुआई करनी है और क्यारियो में अधिक पानी लगने से बचाने के लिए पहले से व्यवस्था कर लें।
सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि प्रदेश में जुलाई के पहले हफ्ते में बारिश होती रहेगी। बंगाल की खाड़ी से लगातार नम हवाएं प्रदेश की तरफ आ रही हैं। जिसके कारन वर्षा के आसार बने रहेंगे। चार जुलाई से फिर पूरे यूपी में भारी बारिश को लेकर अनुमान व्यक्त किया जा रहा है।