गोरखपुर, रिपब्लिक समाचार संवाददाता : पूर्वोत्तर रेलवे की झोली में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। लखनऊ मंडल के सुभागपुर-पचपेड़वा खंड का कार्य पूर्ण होते ही उत्तर प्रदेश (यूपी) सहित पूर्वोत्तर रेलवे के सभी मार्गों का विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल मंत्रालय के मिशन शत प्रतिशत विद्युतीकरण के ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा है, वेरी गुड। नरेंद्र मोदी की प्रंशसा मिलते ही पूर्वोत्तर रेलवे में खुशी की लहर दौड गयी है। महाप्रबंधक चन्द्र वीर रमण एवं समस्त अधिकारी और कर्मचारी प्रसन्न होकर एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं।
शत-प्रतिशत विद्युतीकरण होने के बाद चलेंगी इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें
शत प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण होना रेलवे के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्ध है,इससे रेलवे को जहाँ एक ओर डीज़ल की बचत से आर्थिक लाभ होगा,वही दूसरी ओर यात्रियों को समय की बचत होगी। शत प्रतिशत विद्युतीकरण पूर्ण होने के बाद लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल स्थित बड़ी रेल लाइन के सभी रूटों पर अब सिर्फ इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें ही चलेंगी। डीजल वाले इंजन इतिहास बन जाएंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के मुताबिक पूर्वोत्तर रेलवे सहित उत्तर प्रदेश की बड़ी लाइन का रेल नेटवर्क शत प्रतिशत विद्युतीकृत हो गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने की सराहना
इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री ने रेलवे के अधिकारियो की सराहना की है। पूर्वोत्तर रेलवे ऊर्जा बचत, पर्यावरण संरक्षण एवं रेल खंडों के विद्युतीकरण में निरंतर उपलब्धियां कर रहा है। वर्तमान में लखनऊ मण्डल में 828.54 रूट किमी, वाराणसी मण्डल में 1262.28 रूट किमी तथा इज्जतनगर मण्डल में 940.41 रूट किमी सहित कुल 3031.23 रूट किमी रेलमार्ग का विद्युतीकृत पूर्ण हो गया है, जिसमें बड़ी लाइन के सभी आपरेशन (चलायमान) रेलमार्गों का विद्युतीकरण शामिल है। इलेक्ट्रिक इंजनों के चलने से ट्रेनों का समय की बचत होगी । कार्बन का उत्सर्जन नहीं होने से पर्यावरण भी संरक्षित होगा। रेलवे के खर्चों में कमी आने के साथ रेल राजस्व में वृद्धि होगी।