REPUBLIC SAMACHAR, VISHESH SHUKLA|| बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर क्रिकेट स्टेडियम में 1 मार्च से खेला जाएगा। जिसको लेकर भारतीय फैंस में काफी उत्सुकता का माहौल दिख रहा है क्योंकि अगर भारतीय टीम यह मैच जीत जाती है, तो भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में जगह लगभग पक्की हो जाएगी।
लाल मिट्टी की पिच क्या ऑस्ट्रेलिया के लिए मददगार साबित होगी ?
भारतीय टीम के लिए मुकाबला आसान रहने वाला नहीं है क्योंकि लाल मिट्टी की पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है और मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इंदौर की पिच पर उछाल प्राप्त होने की संभावना जताई जा रही है ऐसे में कार्यवाहक कप्तान स्टीवन स्मिथ अपने प्रमुख तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को प्लेइंग इलेवन ने शामिल कर सकते है।
एमपीसीए ने होलकर स्टेडियम की पिच तैयार करने के लिए खासतौर पर मुंबई से लाल मिट्टी मंगवाई है। मुंबई के ग्राउंड्स की पिच लाल मिट्टी की ही बनी होती है जहां पर ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले खेलने का अनुभव है। ऐसी पिचों पर गेंद काफी बाउंस होती है और यह तेजी से बल्ले पर आती है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पिछले दो टेस्ट की अपेक्षा शॉट खेलने में ज्यादा सहूलियत मिलेगी। वैसे भी ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर उछाल भरी पिचों पर खेलने में माहिर हैं और इसके चलते उन्हें इंदौर में अच्छी तरह क्रीज पर जमने में मदद मिल सकती है।
तीन फास्ट बॉलर्स के साथ उतरेगा भारत!
इंदौर में पहली पारी का औसत स्कोर 353 है, जो यह बताता है कि पिच बल्लेबाजी के लिए एक तरीके से अच्छी रहती है। इंदौर की लाल मिट्टी वाली पिच को देखते हुए भारतीय टीम इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती है। गौरतलब है कि पहले दो मैचों में भारत ने तीन-तीन स्पिनर्स उतारे थे, लेकिन अब यह बदल सकता है। इंदौर की पिच भले ही लाल मिट्टी की बनाई गई है लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, यह तेज गेंदबाजों द्वारा बनाए गए रफ के चलते स्पिनर्स के लिए भी मददगार बन सकता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को रविचंद्रन अश्विन से खासा सावधान रहना होगा, जिनका इस मैदान पर औसत 12.50 का है।