Republic Samachar – Samarth Singh II गाजा जो मध्य पूर्व का सबसे विवादास्पद और विवादित हिस्सा है, अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। इजरायल और हमास में चल रहा युद्ध आज 35वें दिन में पहुंच गया है। इस युद्ध ने दस हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है और लाखों लोगों को बेघर कर दिया है।
इस मानवीय संकट के परिणामस्वरूप गाजा पट्टी में युद्धविराम के लिए वैश्विक दबाव बनने लगा। भारी दबाव का सामना करने के बाद, इजरायल आखिरकार उत्तरी गाजा में युद्धविराम के लिए सहमत हो गया।
अमेरिका ने दी गाजा में युद्ध विराम की जानकारी
व्हाइट हाउस ने बुधवार को वैश्विक मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि इजरायल गुरुवार से रोजाना 4 घंटे के लिए उत्तरी गाजा पर हमले रोकेगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि यह इजराइल द्वारा उठाया जा रहा बहुत सही कदम है क्योंकि इससे लोगों को युद्ध प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकलने में मदद मिलेगी।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने घोषणा की कि इजरायल न केवल चार घंटे के लिए संघर्ष विराम की घोषणा कर रहा है, बल्कि गाजा पट्टी में दो मानवीय गलियारे भी खोल रहा है, ताकि फिलिस्तीनी वहाँ शरण ले सकें।
चल रहे इजरायल युद्ध के बारे में आगे बात करते हुए, उन्होंने कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित करेगा कि फिलिस्तीनियों के लिए गाजा तक अधिक मानवीय सहायता पहुँचे और गाजा में रोजाना कम से कम 150 ट्रक मानवीय सहायता भेजने के प्रयास किए जाए।
जो बाइडेन ने करी और लंबे युद्ध विराम की बात
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस के बाहर संवाददाताओं से कहा कि वह तीन दिनों के लिए युद्ध में लंबे समय तक विराम चाहते हैं, ताकि सभी निर्दोष लोग उन स्थानों से बच सकें जहां मिसाइल हमले होने की आशंका है। लेकिन जब जो बाइडेन से पूछा गया कि क्या वह गाजा में पूर्ण स्थायी युद्धविराम के पक्ष में हैं, तो जो बाइडेन ने सीधे तौर पर इस विचार से असहमति जताई।
बाइडन ने कहा कि, इस युद्ध में पूर्ण युद्ध विराम की कोई संभावना नहीं है क्योंकि हमास ने अभी भी कई इजरायलियों को बंधक बनाकर रखा है। उन्होंने यह भी कहा की अमेरिका इजरायल की मदद करना तब तक नहीं बंद करेगा जब तक इजरायल के सारे बंधी हमास से छूट नही जाते।
युद्ध में अबतक किसको कितना नुकसान
इस भीषण जंग में अबतक 10,818 फिलस्तीनियों और 1,457 इजरायलियों ने अपनी जान गवाईं है वहीं इसमें गाजा के 26 हज़ार और इजरायल के 7 हज़ार लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। इतना ही नहीं इस जंग ने करीबन 15 लाख लोगों को बेघर किया है। यदि इस जंग को समय पर नहीं रोका गया तो इसके परिणाम और भी ज़्यादा विनाशकारी साबित हो सकते हैं।