नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : विगत कुछ दिनों से उत्तर भारत के राज्यों में दिन-रात का तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। इन दिनों रात का तापमान 7 डिग्री से 12 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार अगले 4 दिनों में यह पारा और बढ़ेगा। जबकि 17 फरवरी को एक बार फिर से उत्तर भारत के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता होने वाली है। इस दौरान न सिर्फ तेज वर्षा होगी, बल्कि पहाड़ी क्षेत्रो पर बर्फबारी के साथ कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हो सकती है। विभाग के अनुमानों के अनुसार इस विक्षोभ की सक्रियता के बाद एक बार फिर से तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ की बढ़ेगी सक्रियता
मौसम विभाग के अनुसार बीते कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते उत्तर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में मौसम बदला था। अब एक बार फिर से इसी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने वाली है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि 17 जनवरी से एक बार फिर उत्तर पश्चिमी हिमालयन रीजन में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की सक्रियता बढ़ने वाली है।
इसका असर सिर्फ उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों पर ही नहीं बल्कि मैदानी इलाकों में भी पड़ने वाला है। मैदानी इलाकों में जहां वर्षा हो सकती है, वहीं पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी के साथ निचले हिस्से में ओलावृष्टि का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार यह सक्रियता तीन से चार दिनों तक बनी रह सकती है। इस सप्ताह में शुक्रवार से लेकर अगले सोमवार तक मौसम बदला रह सकता है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते ही एक बार फिर से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रो से लेकर मैदानी इलाकों में तापमान गिर सकता है। मौसम विभाग के आंकड़ों में इस वक्त उत्तर भारत में रात का तापमान औसतन तापमान 7 डिग्री से लेकर 13 डिग्री तक बना हुआ है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस सप्ताह के अंत से वेस्टर्न डिस्टरबेंस की सक्रियता के चलते यह तापमान दोबारा गिर सकता है। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा कहते हैं कि फिलहाल अभी यह कहना मुश्किल है कि तापमान एकदम से बढ़ना शुरू हो जाएगा। क्योंकि अभी कुछ वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बनने की संभावनाएं नजर आ रही हैं।