लखनऊ, देवेंद्र यादव || अब किसानों को मौसम की मार के चलते फसलों की चिंता करने कोई जरूरत नहीं है। मंगलवार, 5 जून को योगी कैबिनेट ने खरीफ 2023 से रबी 2025-26 तक को प्रधानमंत्री फसल बीमा और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल योजना को मंजूरी दे दी है।
इन दोनों बीमा के तहत प्राकृतिक आपदा, रोग, केमिकल से नुकसान को कवर किया जाएगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया गया है जबकि पुनर्गठित मौसम आधारित फसल योजना को राज्य के 51 जिलों में लागू किया गया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी की फसलों का देने वाला प्रीमियम 1.5 प्रतिशत और आवेदन करने की तारीख 31 दिसम्बर है। खरीफ के फसलों का देने वाला प्रीमियम 2 प्रतिशत और आवेदन करने की तारीख 31 जुलाई है। जबकि पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना का प्रीमियम 5 प्रतिशत है और इसके आवेदन की तारीख की बाध्य सीमा समाप्त कर दी गई है। मतलब अब जोखिम होने से एक दिन पहले तक इस योजना के तहत बीमा कराया जा सकेगा।
बीमा योजना के तहत खरीफ की 10 फसलें – धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, उडद, मूंग, अरहर, मूंगफली, तिल एवं सोयाबीन रबी की 8 फसलें – गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूरी, सरसों या लाही, अलसी, आलू और उद्यान 7 की फसलें – केला, मिर्च, पान, टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मटर, आम शामिल है।