REPUBLIC SAMACHAR- Samarth Singh II कश्मीर में एक और कश्मीरी पंडित की टारगेट किलिंग का मामला सामने आया है, इस घटना के बाद घाटी में आक्रोश का माहौल है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी।
उस व्यक्ति की पहचान संजय शर्मा हुई है जो दक्षिण कश्मीर जिले के अचन इलाके के बैंक में एक सशस्त्र गार्ड के रूप में काम करता थI। फायरिंग के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया की आतंकियों ने संजय शर्मा पर उस समय गोलियाँ चलाई जब वह घर से बाज़ार जारे थे और उन्हें मारडाला, पुलिस ने यह भी कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है।
वह कश्मीर जिसे जन्नत के नाम से नवाज़ा गया था, अक्सर ही शोक व डर के माहौल में डूबा रहता है,
आतंक ग्रस्त कश्मीर एक बार फिर से दहल उठा और अपनी नम आँखों से इंसानियत को मरते देखा।
तेज़ी से बढ़ रही आतंकी घटनाएं
पिछले साल जम्मू-कश्मीर में तीन कश्मीरी पंडितों सहित अल्पसंख्यक समुदायों के 14 लोग मारे गए थे और इसके साथ सेना पर पथराव तथा अन्य देश विरोधी गतिविधियों में भी तेज़ी आई है, इन घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में उनकी सुरक्षा चिंताओं को उजागर किया गया है और सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के जीवन की रक्षा के लिए कई उपाय किए गए हैं जिनमें स्टैटिक गार्ड के रूप में समूह सुरक्षा, दिन-रात क्षेत्र की पेट्रोलिंग और चौबीसों घंटे काम करने वाले “सुरक्षा नाके” शामिल हैं।
लोगों ने सोशल मीडिया पर जताया दुख
इस घटना के तुरंत बाद ही नेशनल कांफ्रेंस के नेता ओमर अब्दुल्लाह ने ट्वीट कर बताया की वह संजय पंडित की मौत से बेहद दुखी हैं और उनके करीबीयों से शोक जताते हैं।
आज सुबह से ही ट्विटर व कू पर #Pulwama ट्रेंड होरा था, लोग इस हत्या को लेकर बहुत आक्रोशित थे, उन्होंने पाकिस्तान को इन आतंकी हमलों का ज़िम्मेदार बताया और कुछ लोगों ने सरकार की कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा ना दे पाने के उनकी निंदा करी।