Republic Samachar- Samarth Singh II म्यांमार से एक बहुत ही चौका देने वाली खबर सामने आई है, जिसने सबको हिला कर रख दिया है। मंगलवार को म्यांमार की सेना ने अपने ही देश के लोगों पर हवाई हमला कर दिया, इस हमले में 133 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिसमें महिलाएं व छोटे बच्चे भी शामिल थे।
क्यों किया म्यांमार ने ऐसा हम्ला ?
वर्तमान में म्यांमार पर उनकी सेना का शासन है और इस शासन को “जुंटा शासन” कहा जाता है साल 2021 में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट हुआ था. सत्ता में आने के बाद सेना ने लोकतंत्र को भंग कर दिया और देश में तानाशाही लागू कर दी।
इस शासन में सेना ने लोगों पर बहुत अत्याचार किया, और जब लोगों ने इन दमनों के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की, तो सेना ने उनकी आवाज को बंद करने के लिए हिंसा उपयोग किया। उन्होंने गोलीबारी, लाठीचार्ज आदि के साथ विरोध प्रदर्शन पर अंकुश लगाया, तथा अपनी ही जनता पर घातक सैन्य बल का इस्तेमाल किया।
ऐसे ही वाकये में मंगलवार को जब म्यांमार की सेना को संदेह हुआ कि लोग देश के मध्य हिस्सों में सैन्य शासन के खिलाफ कुछ करने की योजना बना रहे हैं, तो सेना ने कानबालु टाउनशिप में हवाई हमले किए, जिसमें सौ से अधिक लोग मारे गए।
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने मंगलवार को कहा कि वह घातक हवाई हमलों से ‘भयभीत’ हैं, जिसमें बच्चों सहित कई लोग मारे गए। उन्होंने वैश्विक शक्तियों से इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाने का आह्वान भी किया।
म्यांमार की सेना जिसका नागरिकों पर क्रूर हमलों का एक लंबा इतिहास रहा है, उसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा कई बार सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है लेकिन अभी तक इसके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तबाही की तस्वीरें
सोशल मीडिया पर साझा की जा रही वायरल तस्वीरों में एक दर्जन से अधिक जले हुए और क्षत-विक्षत शव दिखाई दे रहे हैं, जबकि वीडियो में एक नष्ट इमारत, जली हुई मोटरसाइकिलें और मलबे को एक विस्तृत क्षेत्र में बिखरे हुए दिखाया गया है। घटनास्थल पर मौजूद बचावकर्मियों ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ तस्वीरों की प्रामाणिकता की पुष्टि की है।