एटा,रिपब्लिक समाचार,संवाददाता : अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव, उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव सभी समाजवादी नेता और पूर्व विधायक के पुत्र प्रमोद यादव के विरुद्ध जमीन में अवैध कब्जे, मारपीट और बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला वर्ष 2008 का है, लेकिन एफआइआर अब जैथरा थाने में दर्ज की गई है।
विधायक की कोठी पर कर रखा बंद
78 वर्ष के अनोखेलाल ने जैथरा थाने में प्रार्थना पत्र दिया कि उनके पिता के नाम गाटा संख्या 3384/0.680 डेसीमिल भूमि का बैनामा प्लाटिंग में कराया गया, लेकिन उसकी अमल दरामद नहीं की गई थी। पूर्व विधायक एवं उनके भाई तथा बेटे ने अनोखेलाल को 15 दिनो तक अपने बंगले में बंधक बना कर रखा गया और दो लाख रुपये में तहसील ले जाकर जबरदस्ती बैनामा करा लिया।
रोजाना मारपीट की जाती थी। अनोखे लाल ने कहा कि वह कई बार थाने गया, लेकिन उस समय समाजवादी पार्टी का शासन था, जिसकी वजह से सुनवाई नहीं हो रही थी । इस कारण डरवश थाने जाना बंद कर दिया। अब योगी सरकार है तो शिकायत की है।
तीन आरोपियो के खिलाफ कराई एफआइआर
यह एफआइआर तीनों आरोपियो के विरुद्ध जैथरा थाने में शनिवार को दर्ज कर ली गई। जबकी सपा नेताओं के विरुद्ध जमीनों पर अवैध कब्जे, गैंगस्टर, डकैती, एससीएसटी, थाने से हिस्ट्रीशीट गायब कराने से संबंधित कई मुकदमे दर्ज हैं। इस समय दोनों भाई जेल में निरुद्ध हैं।
पूर्व विधायक को विगत में एटा जिला कारागार से अलीगढ़ जेल स्थान्तरित किया गया है, जबकि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एटा जेल में हैं। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाहा ने कहा कि जमीन पर अवैध कब्जे के प्रकरण में तहरीर मिली थी, इस आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।