1 मार्च को शुरू हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में जगह पक्की कर ली है।
ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज से पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल में नंबर वन पर बनी हुई थी। और अब नंबर वन पर ही बनी रहेगी क्योंकि इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को केवल एक मैच जीतना था जिससे वह अपना स्थान वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पक्का कर सकता था, और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब ऑस्ट्रेलिया की जगह पक्की हो चुकी है।
क्या कुछ घटा तीसरे टेस्ट मैच में
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया जो कि भारत के पक्ष में नहीं रहा क्योंकि भारत ने अपनी पहली पारी में मात्र 109 रन ही बना पाए और अपने दसों विकेट गंवा दिए लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने अच्छा क्रिकेट खेलते हुए पहली पारी मे 88 रन की बढ़त प्राप्त कि ऑस्ट्रेलिया ने अपने 10 विकेट गंवाकर 197 रन बनाए थे।
वहीं जब भारत अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने के लिए आया तो शुरुआत बहुत खास नहीं रही। भारत की तरफ से कोई भी बड़ी साझेदारी नहीं हुई और एक निश्चित अंतराल पर विकेट गिरते रहे । भारत की तरफ से दूसरी पारी में सर्वाधिक रन चेतेश्वर पुजारा ने बनाए(59), और कोई भी बल्लेबाज भारत की तरफ से ज्यादा रन नहीं बना सका जिसके चलते भारत की पारी केवल 163 रन पर सिमट गई। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को केवल 76 रन की लक्ष्य दिया। जिसको ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने केवल 1 विकेट के नुकसान पर ही प्राप्त कर लिया।
किसको ठहराया रोहित शर्मा ने हार का जिम्मेदार?
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने तीसरे टेस्ट मैच के पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बताया, कि भारतीय टीम की बल्लेबाजी बहुत ही ज्यादा खराब रही और यह मैच भारतीय टीम सिर्फ अपनी बल्लेबाजी की वजह से हारी।
रोहित शर्मा ने यह भी कहा कि पहली पारी में बल्लेबाजी खराब होने के बाद अगर हम लोग दूसरी पारी में अपनी बल्लेबाजी अच्छी करते तो शायद यह टेस्ट मैच हम लोग नहीं हारते लेकिन दूसरी पारी मुश्किल विकेट और दबाव में चेतेश्वर पुजारा ने बहुत ही अच्छी बल्लेबाजी की।